
“क्वांटम युग का आरंभ : संभावनाएं और चुनौतियाँ” विषय पर विद्यार्थियों ने रखे विचार
अल्मोड़ा। आर्य कन्या इंटर कॉलेज, अल्मोड़ा में आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी का सफल समापन हुआ। इस वर्ष संगोष्ठी का विषय था — “क्वांटम युग का आरंभ: संभावनाएं और चुनौतियाँ।” प्रतियोगिता में विकासखण्ड स्तर पर प्रथम तथा द्वितीय स्थान प्राप्त कुल 17 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
जिला स्तरीय प्रतियोगिता में कु. गरिमा पपनै (कक्षा 8, बोनाफाइड पब्लिक स्कूल, चौखुटिया) ने प्रथम स्थान, कु. दिव्यांश पाण्डे (कक्षा 10, राजकीय इंटर कॉलेज, धौलछीना) ने द्वितीय स्थान, तथा कु. कामाक्षी (कक्षा 10, राजकीय इंटर कॉलेज, मनान) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में अल्मोड़ा का प्रतिनिधित्व करेंगे प्रतिभागी
जिला समन्वयक विज्ञान विनोद कुमार राठौर ने बताया कि जनपद स्तर पर प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त प्रतिभागी आगामी 13 अक्तूबर 2025 को पिथौरागढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी में अल्मोड़ा जनपद का प्रतिनिधित्व करेंगे।
प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के रूप में अशोक रावत, डॉ. दीप जोशी एवं पंकज जोशी ने निर्णायक की भूमिका निभाई। वहीं, लिखित परीक्षा के निर्णायक के रूप में डॉ. प्रभाकर जोशी, मदन भण्डारी और डॉ. ललित जलाल ने कार्य किया।
प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार प्रदान
संगोष्ठी में सभी प्रतिभागियों एवं उनके मार्गदर्शक शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच और शोध के प्रति रुचि जगाने वाले कई विषयों पर सार्थक चर्चा हुई।
मार्गदर्शक शिक्षकों और समन्वयकों की सक्रिय भूमिका
इस आयोजन में मार्गदर्शक शिक्षक/शिक्षिकाओं के रूप में डॉ. भुवन पाण्डेय, प्रदीप सिंह बिष्ट, नीरज जोशी, दीप पाण्डेय, धीरज कुमार, नवीन चन्द्र उपाध्याय, विनय शाह, डिम्पल जोशी, लक्ष्मी जोशी, कल्पना जोशी, अलेखा साह, ललिता गैड़ा, संगीता रौतेला, ममता जोशी, विजय कुमार पाण्डेय, दिनेश चन्द्र पपनोई, हेम चन्द्र पंत, प्रमोद रनावत, मोहन सिंह रावत, नारायण गिरी और नीतू बिष्ट सहित ब्लॉक विज्ञान समन्वयक उपस्थित रहे।
संचालन एवं समन्वयन
संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन मदन भण्डारी (जिला संदर्भ व्यक्ति विज्ञान / प्रवक्ता, डायट अल्मोड़ा) एवं जिला विज्ञान समन्वयक विनोद कुमार राठौर ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम के अंत में निर्णायकों, प्रतिभागियों और शिक्षकों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। आयोजन ने छात्रों में विज्ञान और नवाचार के प्रति उत्साह को नई दिशा दी।





