
अल्मोड़ा। नगर में स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा के दावों की पोल अब खुलती नजर आ रही है। अल्मोड़ा दुग्ध संघ द्वारा संचालित दूध की एटीएम मशीन विगत डेढ़ माह से खराब पड़ी है, जिसके चलते उपभोक्ताओं को शुद्ध एवं पैक दूध नहीं मिल पा रहा है। इस बीच नगर के मुख्य बाजार क्षेत्रों — लाला बाजार, माल रोड, और पलटन बाजार, कचहरी बाजार आदि पूरे शहर में खुले में लीटर से दूध बेचे जाने का सिलसिला जारी है। इन स्थानों पर न तो दूध की गुणवत्ता की जांच हो रही है और न ही किसी तरह का हाईजीन मानक अपनाया जा रहा है।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि खुले बर्तनों में दूध की बिक्री से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। कई उपभोक्ताओं ने बताया कि दूध संघ की एटीएम मशीन के खराब होने के कारण उन्हें मजबूरन खुले दूध पर निर्भर रहना पड़ रहा है। बावजूद इसके, संबंधित विभागों द्वारा न तो मशीन को दुरुस्त कराया गया और न ही खुले में बिक रहे दूध की गुणवत्ता पर कोई कार्रवाई की गई है।
वहीं, दीपावली पर्व के मद्देनज़र खाद्य सुरक्षा विभाग जहां व्यापारियों पर लगातार जांच-पड़ताल का शिकंजा कसता नजर आ रहा है, वहीं सरकारी लापरवाही पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। नागरिकों ने सवाल उठाया है कि जब मिठाई और खाद्य दुकानों की जांच की जा रही है, तो दूध जैसी आवश्यक वस्तु की अनदेखी क्यों की जा रही है?
नगरवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि दुग्ध संघ की एटीएम मशीन को तत्काल दुरुस्त कराया जाए तथा खुले में दूध की बिक्री पर रोक लगाई जाए, ताकि उपभोक्ताओं को स्वच्छ और सुरक्षित दूध उपलब्ध हो सके।






