
अल्मोड़ा, ग्रीन हिल्स ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित अल्मोड़ा लिट्रेचर फेस्टिवल 2025 के तीसरे चरण का शुभारंभ पारंपरिक व्यंजन प्रतियोगिता और सांस्कृतिक पोस्टर प्रदर्शनी के आयोजन के साथ उत्साहपूर्वक किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य स्थानीय संस्कृति को संरक्षित करने के साथ-साथ नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ना रहा।
कार्यक्रम का आगाज महिलाओं के लिए आयोजित पारंपरिक व्यंजन प्रतियोगिता से हुआ, जिसमें कुल 25 टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में महिलाओं को दो व्यंजन – एक पारंपरिक कुमाउनी और एक रचनात्मक डिश – घर से बनाकर लाने थे। प्रतिभागियों से आग्रह किया गया था कि वे ‘आमा की रेसिपी’ के स्वाद और विधि का अनुसरण करते हुए अपने व्यंजन तैयार करें।
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में पाककला विशेषज्ञ श्रीमती मीरा जोशी, प्रो. इला साह, और परवीन हामिद शामिल रहीं। प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक व्यंजनों में भटिया, भट का जौला, मास का चैस, सुंदर कला (जौहारी), रस-भात जैसे व्यंजन शामिल रहे, जबकि रचनात्मक श्रेणी में केले के कटलेट, भट के कटलेट, और सोयाबीन का हलवा जैसे अनूठे व्यंजन देखने को मिले।
यह आयोजन होटल शिखर एवं रेस्टोरेंट के सौजन्य से शिखर होटल के सभागार में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया मुख्य अतिथि लज्जा पन्त तथा विशिष्ट अतिथियों विनीता लखचौरा, लता बोरा, अंजलि शर्मा, शोभा जोशी और डॉ. दुर्गापाल ने।
प्रतियोगिता के परिणाम 10-12 अक्टूबर को मल्ला महल (पुराना कलेक्ट्रेट), अल्मोड़ा में आयोजित होने वाले मुख्य अल्मोड़ा लिट्रेचर फेस्टिवल-2025 के मंच से घोषित किए जाएंगे। विजेता टीमों को ‘किचन क्वीन’ (प्रथम), ‘मास्टर शेफ गृहलक्ष्मी’ (द्वितीय), और ‘थाली की रानी’ (तृतीय) की उपाधि दी जाएगी, जबकि सभी प्रतिभागियों को ‘स्वाद संगिनी’ का खिताब मिलेगा।
इसी श्रृंखला में रैमजे इंटर कॉलेज के सभागार में “अल्मोड़ा की सांस्कृतिक धरोहर” विषय पर पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें नगर के विभिन्न विद्यालयों के 175 विद्यार्थियों ने भाग लिया। बच्चों ने रंगों और रेखाओं के माध्यम से अल्मोड़ा की लोककला, पारंपरिक पहनावा, स्थापत्य शैली, रीति-रिवाज, हस्तशिल्प और लोक संगीत को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध चित्रकार खुर्रम अमीर रहे। उन्होंने कहा, “बच्चों के चित्रों में केवल रंग नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक दस्तावेज उभर कर आया है।” निर्णायक मंडल में जीत उपाध्याय, जगमोहन आगरी और हर्ष साह शामिल थे।
प्रतियोगिता को जूनियर, सब-जूनियर और सीनियर श्रेणियों में विभाजित किया गया था, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी बनाई पेंटिंग्स की थीम पर भी विचार प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मीता उपाध्याय, मदनमोहन वर्मा, गिरीश मल्होत्रा, विनय विलसन, नीरज पंत, शोभा जोशी, लीला बोरा एवं डॉ. दुर्गापाल उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आयोजन अनोखे लाल एंड संस एवं हिमालय डेंटल केयर के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।



