
अल्मोड़ा। नगर की विभिन्न ज्वलंत समस्याओं को लेकर नगर क्षेत्र के समस्त पार्षदगण एक शिष्टमंडल के रूप में मंगलवार को नव नियुक्त जिलाधिकारी से मिले। पार्षदों ने सर्वप्रथम जिलाधिकारी का स्वागत किया और उनके कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। इसके उपरांत नगर की लंबे समय से लंबित जनहित से जुड़ी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
पार्षदों ने नगर आयुक्त की जल्द नियुक्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से नगर आयुक्त के पद के रिक्त होने से सफाई व्यवस्था, निर्माण कार्य, जल आपूर्ति और अन्य दैनिक सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। पार्षदों ने स्पष्ट कहा कि नगर आयुक्त की नियुक्ति होने से प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी और रुके हुए कार्य समय पर पूरे हो सकेंगे।
बैठक में शहर में लगातार बढ़ रही बंदरों की समस्या को भी गंभीरता से उठाया गया। पार्षदों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर घनी आबादी वाले मोहल्लों तक बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इससे न केवल नागरिक बल्कि व्यापारी वर्ग भी अत्यधिक परेशान है। उन्होंने सुझाव दिया कि फॉरेस्ट विभाग एवं नगर निगम की संयुक्त बैठक बुलाकर बंदरों को पकड़ने और नियंत्रण के लिए समन्वित अभियान चलाया जाए।
जिलाधिकारी ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुनते हुए आश्वासन दिया कि नगर आयुक्त की नियुक्ति सहित अन्य समस्याओं पर प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासन जनता की समस्याओं के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है और समाधान के लिए ठोस कार्यवाही की जाएगी।
पार्षदों ने उम्मीद जताई कि प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयासों से नगर की ज्वलंत समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा और शहर की व्यवस्थाओं में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा।
उपस्थित पार्षद:
मुकेश कुमार, चंचल दुर्गापाल, अंजू बिष्ट, रोहित सिंह कार्की, रीना टम्टा, दीपक कुमार, हेम तिवारी, भूपेंद्र जोशी, वैभव पांडे, कमलेश मेर, गुंजन चम्याल, जानकी पांडे, नवीन चंद्र आर्य, अनूप भारती, इंतकाब कुरैशी.




