
प्रदेश महामंत्री कुंदन परिहार बोले – “तंत्र भी स्वदेशी हो, मंत्र भी स्वदेशी हो, और भाव भी स्वदेशी हो”
अल्मोड़ा। भारतीय जनता पार्टी, अल्मोड़ा विधानसभा के तत्वावधान में भाजपा कार्यालय, अल्मोड़ा में “आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान – विधानसभा सम्मेलन” का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महेश नयाल ने की, जिन्होंने मुख्य अतिथि प्रदेश महामंत्री कुंदन परिहार का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि महामंत्री के मार्गदर्शन में अल्मोड़ा जनपद राजनीतिक दृष्टि से और अधिक सशक्त होगा तथा विकास की नई योजनाओं से क्षेत्र लाभान्वित होगा।
कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री दर्शन रावत एवं प्रकाश भट्ट ने संयुक्त रूप से किया।
मंच पर प्रदेश महामंत्री कुंदन परिहार के साथ पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, महापौर अजय वर्मा, कार्यक्रम संयोजक ललित लटवाल तथा नगर अध्यक्ष विनीत बिष्ट उपस्थित रहे।
संयोजक ललित लटवाल ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के आगामी कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत व्यापारी प्रकोष्ठ और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से दुकानदारों, उद्यमियों और प्रोफेशनल वर्ग के बीच स्वदेशी उत्पादों के प्रचार-प्रसार हेतु संवाद अभियान चलाया जाएगा।
इसके अंतर्गत स्वदेशी उत्पादों का संकल्प पत्र भरवाना, प्रमाण पत्र वितरण, स्टार्टअप कम्युनिटी प्रोजेक्ट में मेंटरशिप अभियान, स्वदेशी संकल्प सेमिनार (1 से 15 नवंबर), कॉलेज स्तर पर प्रतियोगिताएं, आत्मनिर्भर भारत कॉलेज एंबेसडर योजना, तथा जिला स्तरीय स्वदेशी मेला (16 से 30 नवंबर) जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे।
मुख्य वक्ता प्रदेश महामंत्री कुंदन परिहार ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि —
“हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी” के नारे को अपनाते हुए प्रत्येक नागरिक को त्योहारी सीजन में स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता केवल आर्थिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और वैचारिक भी होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
परिहार जी ने कहा कि —
“स्वदेशी ही आत्मनिर्भर भारत का मूल मंत्र है — तंत्र भी स्वदेशी हो, मंत्र भी स्वदेशी हो, और भाव भी स्वदेशी हो।”
उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि भारत का स्वदेशी आंदोलन केवल आर्थिक नीति नहीं, बल्कि स्वाभिमान और स्वतंत्रता का प्रतीक रहा है। आज उसी भावना को पुनः जागृत करने की आवश्यकता है ताकि देश को सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
कार्यक्रम में दुग्ध संघ अध्यक्ष गिरीश खोलिया, पूर्व जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, गोविंद पिलख्वाल, किरण पंत, **मनोज जोशी





