
कला, साहित्य और कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में योगदान के लिए राष्ट्रीय सम्मान
अल्मोड़ा। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में कार्यरत वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रमेश सिंह पाल को उनके कला और साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए नीति आयोग, भारत सरकार से सम्बद्ध भारतीय सम्मान परिषद द्वारा आयोजित अखिल भारतीय प्रतिभा महासम्मेलन में “भारत गौरव सम्मान” से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान डॉ. पाल को हिंदी एवं अंग्रेज़ी भाषाओं में रचित उनकी पुस्तकों के लिए प्रदान किया गया। यह सम्मेलन १२ अक्टूबर २०२५ को नई दिल्ली में लुइसियाना विश्वविद्यालय, लाफायेट (संयुक्त राज्य अमेरिका) तथा भारतीय सम्मान परिषद, पुणे के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों को भी सम्मानित किया गया।
डॉ. रमेश सिंह पाल, जो कृषि अनुसंधान के साथ-साथ आध्यात्मिक एवं साहित्यिक क्षेत्र में भी सक्रिय हैं, अब तक पाँच पुस्तकों का लेखन कर चुके हैं। उनकी पुस्तकों को भारत की संसद पुस्तकालय, विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों तथा अन्य प्रमुख पुस्तकालयों में सम्मिलित किया गया है।
उन्हें पूर्व में भी कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. पाल वर्तमान में यूनेस्को समावेशी नीति प्रयोगशाला में भारत के विशेषज्ञ के रूप में भी अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।
डॉ. पाल की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर नगर महापौर अजय वर्मा, विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा साहित्य जगत से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है।





