
अल्मोड़ा। नगर में इस वर्ष होने वाले दशहरा महोत्सव को भव्य रूप देने की दिशा में तैयारियाँ तेज हो गई हैं। इसी क्रम में शनिवार को प्रशासन और दशहरा महोत्सव समिति की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हेमवती नंदन बहुगुणा स्टेडियम, अल्मोड़ा में होगा जबकि रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण आदि के पुतलों का दहन ज़ूलॉजी विभाग के मैदान में किया जाएगा।
बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों और अधिकारियों ने एकमत से प्रस्ताव पारित कर कहा कि खेल प्रेमियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए स्टेडियम में मंच तैयार कर विशेष रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएंगे। वहीं सुरक्षा और भीड़-भाड़ की दृष्टि से ज़ूलॉजी विभाग के मैदान में पारंपरिक रूप से रावण दहन का आयोजन किया जाएगा।
बैठक के बाद प्रशासनिक अधिकारियों और समिति के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से स्टेडियम और ज़ूलॉजी विभाग के मैदान का स्थलीय निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान तय किया गया कि स्टेडियम में दर्शकों की सुविधा के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी तथा मंच को आकर्षक और सुरक्षित तरीके से सजाया जाएगा।
दशहरा महोत्सव समिति के अध्यक्ष अजीत सिंह कार्की ने बताया कि कार्यक्रमों के आयोजन में खेल गतिविधियों और खेल प्रेमियों की भावनाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि दशहरा महोत्सव केवल धार्मिक आस्था और परंपरा का प्रतीक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक एकता का भी संदेश देता है।
बैठक में दशहरा महोत्सव के मुख्य सलाहकार दीप सिंह डांगी, मुख्य संयोजक धर्मेन्द्र बिष्ट, सचिव वैभव पांडे, मुख्य सांस्कृतिक संयोजक मनोज जोशी, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, सह संयोजक शरद अग्रवाल व हितेश वर्मा, सह सांस्कृतिक संयोजक देवेंद्र भट्ट, सोशल मीडिया प्रभारी दिनेश मठपाल, मीडिया प्रभारी कपिल मल्होत्रा सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे। वहीं समिति के सलाहकारों में कैलाश गुरुरानी, हरीश कनवाल, सुशील साह, भैरव गोस्वामी, दीपक कुमार, संरक्षक अमरनाथ नेगी के साथ बैठक में अल्मोड़ा में बनने वाली मां दुर्गा समितियों के सदस्य एवं पदाधिकारी आदि ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।
प्रशासन की ओर से एसडीएम सदर संजय कुमार, कोतवाल योगेश उपाध्याय, एई जलसंसाधन बीरेंद्र मेहता, विद्युत विभाग से संतोष अग्रवाल तथा खेल विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। प्रशासनिक टीम ने महोत्सव के दौरान सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति और जल प्रबंधन से जुड़ी तैयारियों की रूपरेखा पर भी विस्तार से चर्चा की।
बैठक में निर्णय लिया गया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि कुमाऊं की लोकसंस्कृति और परंपराओं को मंच मिल सके। वहीं बच्चों और युवाओं के लिए विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है।
दशहरा महोत्सव समिति ने अपील की है कि नगरवासी पारंपरिक उत्साह और सामाजिक सौहार्द के साथ इस पर्व को मनाएं। साथ ही, समिति ने लोगों से स्वच्छता बनाए रखने और प्रशासन को सहयोग देने की भी अपील की है।
इस प्रकार, प्रशासन और समिति की संयुक्त पहल से इस वर्ष अल्मोड़ा का दशहरा महोत्सव न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भव्य होगा, बल्कि सामाजिक एकता और लोकपरंपरा का भी अद्भुत संगम प्रस्तुत करेगा।



