
छह ऑटिज़्म से ग्रसित बच्चों ने साधारण विद्यालयों में लिया प्रवेश
अल्मोड़ा। आरम्भ स्पेशल स्कूल, अल्मोड़ा ने एक और उपलब्धि अपने नाम की है। पिछले ढाई वर्षों से ऑटिज़्म से ग्रसित बच्चों पर कार्य कर रहे इस विद्यालय का मुख्य उद्देश्य बच्चों को मुख्यधारा में लाकर सामान्य विद्यालयों में प्रवेश दिलाना है। इसी उद्देश्य की पूर्ति करते हुए अब तक छह बच्चे अल्मोड़ा और रानीखेत के विभिन्न विद्यालयों में प्रवेश लेकर सामान्य गतिविधियों के साथ अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
विद्यालय की प्रधानाचार्य पूजा भट्ट ने बताया कि वर्तमान में विद्यालय में सात बच्चे अध्ययनरत हैं, जबकि छह बच्चे पहले ही सामान्य विद्यालयों में प्रवेश ले चुके हैं। विद्यालय में 1:6 के अनुपात के अनुसार तीन शिक्षक सात बच्चों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि स्पेशल स्कूल से जुड़े बच्चे कम उम्र से ही यहां आ गए थे, जिससे उनमें शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास में उल्लेखनीय परिवर्तन देखने को मिला है। विद्यालय की अध्यापिकाएं श्रीमती ममता और मीना प्रत्येक बच्चे के अनुसार उन्हें लिखने, दैनिक गतिविधियों और व्यावसायिक कौशल (वोकेशन) पर विशेष ध्यान देती हैं। वहीं कुमारी रिया भट्ट द्वारा बच्चों को प्रिवोकेशन एक्टिविटी कराई जाती है, जिससे उनकी सिटिंग, हैंड मूवमेंट और वेटिंग स्किल डेवलपमेंट में मदद मिलती है।
प्रधानाचार्य भट्ट ने बताया कि इन बच्चों की शिक्षा पद्धति सामान्य विद्यालय से अलग होती है। हर कार्य के लिए विशेष फ्लैश कार्ड का उपयोग किया जाता है और विभिन्न मॉडल गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को माह, दिन, समय और सप्ताह के वार की जानकारी दी जाती है, जिसे बच्चे उत्सुकता से सीखते हैं।
विद्यालय की इस उपलब्धि पर आरम्भ समिति के सदस्यों ने समस्त स्टाफ को बधाई दी और उन्हें ऐसे ही निरंतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
अल्प संसाधनों के बावजूद विद्यालय को सहयोग देने में श्री कपिल मनहोत्रा और ग्राम प्रधान का विशेष योगदान रहा है। समय-समय पर विद्यालय की गतिविधियों पर विचार-विमर्श कर बच्चों के हित में लगातार प्रयास किए जाते रहे हैं।





