By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Khabar SatyvartaaKhabar SatyvartaaKhabar Satyvartaa
  • ताजा खबर
  • भयंकर
  • उत्तराखण्ड
    • अल्मोड़ा
    • उधम सिंह नगर
    • चमोली
    • नैनीताल
      • हल्द्वानी
    • पिथौरागढ़
    • बागेश्वर
    • चम्पावत
  • देश
  • सांस्कृतिक
  • लोकल
  • विदेश
  • विडियो
  • खंडन
  • चुनाव
  • राज की बात
Reading: सरकारी कर्मचारी के खिलाफ सरकारी कर्मचारी नियमों के उल्लंघन और ठेकेदारी मामले में विभागों की निष्क्रियता पर सवाल उठे, शिक्षा विभाग और लोक निर्माण विभाग ने धारण किया मौन
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Khabar SatyvartaaKhabar Satyvartaa
Font ResizerAa
  • ताजा खबर
  • भयंकर
  • उत्तराखण्ड
  • देश
  • सांस्कृतिक
  • लोकल
  • विदेश
  • विडियो
  • खंडन
  • चुनाव
  • राज की बात
  • ताजा खबर
  • भयंकर
  • उत्तराखण्ड
    • अल्मोड़ा
    • उधम सिंह नगर
    • चमोली
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • बागेश्वर
    • चम्पावत
  • देश
  • सांस्कृतिक
  • लोकल
  • विदेश
  • विडियो
  • खंडन
  • चुनाव
  • राज की बात
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2024 Satyapath News . All Rights Reserved.
Khabar Satyvartaa > उत्तराखण्ड > अल्मोड़ा > सरकारी कर्मचारी के खिलाफ सरकारी कर्मचारी नियमों के उल्लंघन और ठेकेदारी मामले में विभागों की निष्क्रियता पर सवाल उठे, शिक्षा विभाग और लोक निर्माण विभाग ने धारण किया मौन
अल्मोड़ाउत्तराखण्डभयंकर

सरकारी कर्मचारी के खिलाफ सरकारी कर्मचारी नियमों के उल्लंघन और ठेकेदारी मामले में विभागों की निष्क्रियता पर सवाल उठे, शिक्षा विभाग और लोक निर्माण विभाग ने धारण किया मौन

कपिल मल्होत्रा
Last updated: March 2, 2025 3:38 pm
कपिल मल्होत्रा
9 months ago
Share
SHARE



उत्तराखण्ड राज्य में शिक्षा विभाग और विभिन्न अन्य विभागों के बीच एक गंभीर मुद्दा सामने आया है, जिसमें गिरधर सिंह धनिक द्वारा सरकारी नौकरी में रहते हुए ठेकेदारी करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। यह मामला ना सिर्फ सरकारी कर्मचारी नियमावली का उल्लंघन कर रहा है, बल्कि इसमें बैंक द्वारा भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऋण दिए जाने का आरोप है। हालांकि, संबंधित विभागों द्वारा इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है और मामला दिन-ब-दिन उलझता जा रहा है।

- Advertisement -
Ad imageAd image


लोक निर्माण विभाग और शिक्षा विभाग की निष्क्रियता

लोक निर्माण विभाग द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है कि क्या गिरधर सिंह धनिक ठेकेदार हैं या नहीं। विभाग ने पत्र जारी कर गिरधर सिंह धनिक से स्पष्टीकरण मांगा था, जिसमें यह कहा गया कि वह सरकारी नौकरी में कार्यरत थे, जबकि उन्होंने ठेकेदारी का कार्य किया। हालांकि, इस मामले में लोक निर्माण विभाग अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है। इसने सिर्फ जांच का ड्रामा किया है और कोई FIR या कोर्ट में मामला दर्ज नहीं किया गया है। विभाग ने सात दिनों के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया था, परंतु अब तक कोई ठोस उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है।

- Advertisement -
Ad imageAd image

- Advertisement -
Ad imageAd image



बैंक द्वारा ऋण प्रदान करने में गड़बड़ी

बैंक की भी भूमिका इस मामले में संदिग्ध रही है। बैंक ने गिरधर सिंह को ठेकेदार के रूप में 75 लाख रुपये का ऋण दिया, जबकि उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी को छुपाया और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऋण लिया। यह मामला उस समय सामने आया जब मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज की। इस मामले में, शिकायत करता ने यह स्पष्ट किया कि गिरधर सिंह ने खुद को ठेकेदार दिखा कर गुमराह किया, जबकि वह एक सरकारी कर्मचारी थे। यह न केवल बैंक को धोखा देने का मामला है, बल्कि सरकारी कर्मचारी नियमों का भी उल्लंघन है, क्योंकि सरकारी कर्मचारी किसी भी प्रकार के ठेकेदारी के कार्य में संलग्न नहीं हो सकते।



शिक्षा विभाग का भी संदिग्ध रवैया

शिक्षा विभाग ने भी इस मामले में सही तरीके से कार्रवाई नहीं की। खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा पत्र लिखा गया, जिसमें गिरधर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई, परंतु शिक्षा विभाग ने भी सिर्फ पत्राचार किया और कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बैंक ने शिक्षा विभाग से गिरधर सिंह के वेतन खाते में रोक लगाने की मांग की थी, ताकि ऋण की वसूली की जा सके। हालांकि, शिक्षा विभाग ने अभी तक इस मामले में कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया है, और मामला अदालत में जाने की स्थिति में है।



बैंक और शिक्षा विभाग के पत्राचार में खामियां

बैंक और शिक्षा विभाग के बीच पत्राचार से यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों विभागों के बीच जानकारी का आदान-प्रदान और समन्वय की कमी रही है। बैंक ने गिरधर सिंह के वेतन खाते में रोक लगाने का अनुरोध किया था, लेकिन शिक्षा विभाग ने केवल एक पत्र भेजा और इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसका नतीजा यह हुआ कि गिरधर सिंह के वेतन खाते से ऋण वसूली की प्रक्रिया में कोई प्रगति नहीं हो पाई। शिक्षा विभाग और बैंक के अधिकारियों को यह जिम्मेदारी थी कि वे इस मामले को गंभीरता से लेकर तत्काल कार्रवाई करते, ताकि सरकारी नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।



क्या होनी चाहिए कार्रवाई?

यह मामला गंभीर है और संबंधित विभागों को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। सबसे पहले, लोक निर्माण विभाग को चाहिए कि वह गिरधर सिंह के खिलाफ जांच को समाप्त कर एक स्पष्ट निर्णय ले, चाहे वह ठेकेदार हों या नहीं। अगर वह ठेकेदार हैं, तो उन्हें सरकारी नौकरी छोड़ने की आवश्यकता है, और इसके साथ ही ठेकेदारी से संबंधित कार्यों पर प्रतिबंध भी लगाया जाना चाहिए।

इसके अलावा, शिक्षा विभाग को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और गिरधर सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करनी चाहिए। शिक्षा विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सरकारी कर्मचारी किसी भी प्रकार के व्यावसायिक कार्यों में संलिप्त न हों, विशेष रूप से जब वे सरकारी सेवा में कार्यरत हों।

बैंक को भी इस मामले में जवाबदेही तय करनी चाहिए, क्योंकि उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऋण प्रदान किया है। बैंक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आगे से कोई भी ऋण आवेदन करते समय उचित दस्तावेजों की जांच की जाए, ताकि कोई गुमराह न कर सके।




गिरधर सिंह धनिक द्वारा सरकारी सेवा में रहते हुए ठेकेदारी का कार्य करना और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक से ऋण प्राप्त करना, दोनों ही गंभीर अपराध हैं। इसके बावजूद, संबंधित विभागों की निष्क्रियता और लापरवाही से यह मामला अभी तक सुलझा नहीं पाया है। इस स्थिति में, अगर संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए सख्त कदम उठाते हैं, तो न सिर्फ कानून का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है, बल्कि भविष्य में इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति को भी रोका जा सकता है।

Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp Telegram Print
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Surprise0
Angry0
Previous Article सीएम पुष्कर सिंह धामी की “ड्रग फ्री उत्तराखण्ड” मुहिम ला रही असर
Next Article जय प्रकाश की कहानी संग्रह ‘भूले बिसरे मतवाले’ का विमोचन  किया मुख्यमंत्री धामी ने
1 Comment 1 Comment
  • Pingback: खबर का दिखा असर: शिक्षक की जांच रिपोर्ट के बाद हरकत में आया शिक्षा विभाग, कार्रवाई को लेकर उच्चाधि

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

- Advertisement -
Ad imageAd image

Recent Posts

  • उत्तराखंड राज्य जुजित्सु प्रतियोगिता 2025 में अल्मोड़ा के 14 खिलाड़ी करेंगे प्रतिभा का प्रदर्शन
  • अल्मोड़ा में रेड टेप शोरूम का भव्य उद्घाटन
  • जिला बार एसोसिएशन अल्मोड़ा के द्विवार्षिक चुनाव में नामांकन प्रक्रिया शुरू
  • लगातार बाघ के बढ़ते आतंक को लेकर पार्षद आशा बिष्ट ने वन विभाग के साथ क्षेत्र में किया दौरा
  • जन समस्याओं के समाधान को लेकर पार्षदों ने खोला मोर्चा

Recent Comments

  1. Manasv joshi on दीपावली पर्व पर बाजारों की सुरक्षा को लेकर जिला व नगर व्यापार मंडल ने एसएसपी से की मुलाकात, पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग
  2. Manasv joshi on राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बालेश्वर बस्ती में शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में पथ संचलन का आयोजन
  3. खबर का दिखा असर: शिक्षक की जांच रिपोर्ट के बाद हरकत में आया शिक्षा विभाग, कार्रवाई को लेकर उच्चाधि on सरकारी कर्मचारी के खिलाफ सरकारी कर्मचारी नियमों के उल्लंघन और ठेकेदारी मामले में विभागों की निष्क्रियता पर सवाल उठे, शिक्षा विभाग और लोक निर्माण विभाग ने धारण किया मौन

You Might Also Like

उत्तराखंड राज्य जुजित्सु प्रतियोगिता 2025 में अल्मोड़ा के 14 खिलाड़ी करेंगे प्रतिभा का प्रदर्शन

1 day ago

अल्मोड़ा में रेड टेप शोरूम का भव्य उद्घाटन

1 day ago

जिला बार एसोसिएशन अल्मोड़ा के द्विवार्षिक चुनाव में नामांकन प्रक्रिया शुरू

3 days ago

लगातार बाघ के बढ़ते आतंक को लेकर पार्षद आशा बिष्ट ने वन विभाग के साथ क्षेत्र में किया दौरा

3 days ago
Khabar Satyvartaa

Read the latest and breaking Uttarakhand news on Satyapath News. Get latest Uttarakhand News, Politics, Weather, Crime, lifestyle, jobs and much more. Follow us on social media platforms to get all the latest Uttarakhand Hindi news updates as they happen.

  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Correction policy
  • DNPA Code of Ethics
  • Fact-Checking Policy
  • Onwership and Funding
  • Complaint Redressal
Reading: सरकारी कर्मचारी के खिलाफ सरकारी कर्मचारी नियमों के उल्लंघन और ठेकेदारी मामले में विभागों की निष्क्रियता पर सवाल उठे, शिक्षा विभाग और लोक निर्माण विभाग ने धारण किया मौन
Share

Latest uttarakhand News

  • Uttarakhand News
  • Almora News
  • Nainital News

Top Category

  • Local News
  • Political News
  • Cultural News

Quick Links

  • About Us
  • Contact us
  • Advertise with us

© Copyright Satyapath News 2024. All rights reserved || Made with ❤ in India

adbanner
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?