
अल्मोड़ा।
स्वागत के पास बनी मल्टीस्टोरी पार्किंग को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। टैक्सी यूनियन ने प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि पार्किंग के दो फ्लोर टैक्सी यूनियन को देने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब इसे किसी बाहरी व्यक्ति को दिए जाने की चर्चाएं सामने आ रही हैं। इससे टैक्सी संचालकों में आक्रोश है।
टैक्सी यूनियन अध्यक्ष शैलेन्द्र तिलारा ने कहा कि यह पार्किंग टैक्सी यूनियन के उपयोग हेतु ही बनाई गई थी, ताकि नगर में यातायात व्यवस्था सुचारू रहे और टैक्सियों को सुव्यवस्थित स्थान मिल सके। लेकिन वर्तमान में प्रशासन की नीति से टैक्सी चालकों का नुकसान हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि यूनियन की अनदेखी कर पार्किंग को बाहरी लोगों को सौंपा गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
अध्यक्ष तिलारा ने यह भी आरोप लगाया कि नगर में ऑटो चालक अपनी मनमानी कर रहे हैं। जहां चार सवारी की अनुमति है, वहां ऑटो चालक अधिक संख्या में यात्रियों को बैठाकर न केवल नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं बल्कि यात्रियों की सुरक्षा से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। इसके अलावा, महिला चालकों के लिए जारी ऑटो परमिट भी पुरुषों द्वारा चलाए जा रहे हैं।
यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि नगर क्षेत्र में एक ही वाहन को बार-बार विभिन्न स्थानों पर रोका जा रहा है और चालान की कार्यवाही हो रही है, जबकि दूसरी ओर नियम विरुद्ध वाहन बेखौफ संचालित हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मैकेनिकों के पास से स्कूटी टैक्सी सेवाएं बिना प्रशिक्षित चालकों के संचालित की जा रही हैं, जो पूरी तरह से अवैध है और दुर्घटनाओं को न्योता दे रही हैं।
यूनियन ने विशेष रूप से रेपीडो टैक्सी सेवा पर सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि रेपीडो नाम पर नगर में प्राइवेट टू-व्हीलर टैक्सी के रूप में चल रहे हैं। इन वाहनों के पास न तो कोई पंजीकरण है और न ही परिवहन विभाग की अनुमति। यूनियन का दावा है कि स्वयं आरटीओ विभाग ने साफ किया है कि उनके द्वारा रेपीडो को कोई अनुमति नहीं दी गई है। इसके बावजूद यह सेवा बेरोकटोक संचालित हो रही है।
अध्यक्ष ने कहा कि क्वारब रोड से गुजरने वाले टैक्सी संचालकों और पर्यटकों को भी इसका सीधा नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि पुलिस और प्रशासन इस ओर गंभीरता से ध्यान दें और अवैध रूप से संचालित हो रही रेपीडो व टू-व्हीलर टैक्सी सेवाओं पर तत्काल रोक लगाए।
बैठक में यूनियन के अध्यक्ष शैलेन्द्र तिलारा, सचिव अर्जुन बिष्ट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोपाल रावत और कोषाध्यक्ष बालकिशन जोशी, संरक्षक अनूप साह , भुवन चंद भट्ट मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में चेतावनी दी कि यदि टैक्सी यूनियन को उसका अधिकार नहीं दिया गया तो आंदोलन की राह अपनाई जाएगी।




