
निरीक्षण के दौरान सामने आई खामियां, कहा- जनता के धन से हुआ घटिया निर्माण अस्वीकार्य
अल्मोड़ा। नगर के टैक्सी स्टैंड के समीप निर्मित पार्किंग की स्थिति एक बार फिर विवादों में है। शनिवार को भाजपा पार्षदों एवं कार्यकर्ताओं के एक शिष्टमंडल ने पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया, जिसमें निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए गए। पार्षदों का कहना है कि लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद पार्किंग का निर्माण निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं हुआ है, जिससे यह सुविधा स्थल अब खुद परेशानी का कारण बन गया है।
निरीक्षण के दौरान पार्षदों ने पाया कि पार्किंग के फर्श से सीमेंट की परतें उखड़ चुकी हैं और जगह-जगह सरिया नजर आ रही है। प्लास्टर झड़ने लगा है, जिससे स्पष्ट है कि निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। इसके साथ ही पार्किंग की छत पर शेड न होने के कारण वाहन धूप और बारिश दोनों में खुले में खड़े रहते हैं। पार्षदों ने यह भी बताया कि पार्किंग में अग्निशमन उपकरणों की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे किसी आपात स्थिति में बड़ा हादसा हो सकता है।
वर्षा जल निकासी की नालियों की स्थिति भी अत्यंत खराब पाई गई। पार्षदों ने बताया कि नालियां पूरी तरह जाम हैं, जिनकी सफाई लंबे समय से नहीं की गई है। परिणामस्वरूप बरसात के दिनों में पार्किंग में पानी भर जाता है और कीचड़ फैल जाता है, जिससे वाहन चालकों और आम नागरिकों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है।
भाजपा पार्षद अमित साह ने कहा कि नगरवासियों की सुविधा के लिए बनाई गई यह पार्किंग अब असुविधा का केंद्र बन गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्यदायी संस्था ने जल्द सुधारात्मक कदम नहीं उठाए, तो भाजपा कार्यकर्ता ठेकेदार और संस्था के खिलाफ जिला अधिकारी से वार्ता कर जांच की मांग करेंगे।
पूर्व जिला उपाध्यक्ष कैलाश गुरुरानी ने कहा कि निर्माण कार्यों में हुई अनियमितताओं की जांच कर दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस पूरे प्रकरण को जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया जाएगा और एक लिखित ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। उनका कहना था कि जनता के धन से किए गए निर्माण में लापरवाही अस्वीकार्य है और जिम्मेदारों को जवाबदेह ठहराया जाना अनिवार्य है।
निरीक्षण के दौरान पार्षद अर्जुन बिष्ट, अभिषेक जोशी और कृष्णा सिंह भी मौजूद रहे। स्थानीय नागरिकों ने भी पार्किंग की बदहाल स्थिति पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि बरसात के मौसम में पानी भरने से वाहनों को खड़ा करना मुश्किल हो जाता है और कई बार वाहन फिसलने से नुकसान भी होता है।
नगरवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पार्किंग का पुनः निरीक्षण कराया जाए और सभी खामियों को शीघ्र दूर किया जाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके और पार्किंग का उद्देश्य – नगर की यातायात व्यवस्था में सुधार – वास्तविक रूप से पूरा हो सके।





