
अल्मोड़ा। प्लेज़ेन्ट वैली स्कूल में भारत–उज़्बेकिस्तान की सांस्कृतिक मित्रता को समर्पित “Lazgi va Hind Raqslari” उत्सव बड़े उत्साह और भव्यता के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छोटे-छोटे विद्यार्थियों से लेकर उज़्बेकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त नृत्यांगनाएँ दिलनोज़ा, हिलोला और रिसोलत ने अपनी आकर्षक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उत्सव में उपस्थित प्रमुख साहित्यकार प्रो. असरोर अल्लायारोव और हलकर ने अपने प्रेरक संबोधन में भारत और उज़्बेकिस्तान की साझा सांस्कृतिक विरासत, गहरे ऐतिहासिक संबंधों और बढ़ते सहयोग पर प्रकाश डाला। भारतीय प्रतिनिधिमंडल की ओर से अल्मोड़ा विश्वविद्यालय की प्रोफेसर माया गोला, भीमताल के राजीव कुमार तथा दिल्ली के डॉ. पुष्कर ने सहभागिता दर्ज की। भारतीय संगीत और गीत की प्रस्तुति सोनी चौहान और सरिता गुप्ता द्वारा दी गई, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
मंच पर प्रस्तुत भारतीय और उज़्बेक नृत्य शैलियों ने न केवल कला की उत्कृष्टता दिखाई, बल्कि दोनों देशों के बीच बढ़ती सांस्कृतिक एकता और मित्रता का सशक्त संदेश भी दिया। भारत और उज़्बेकिस्तान के ऐतिहासिक संबंध सदियों पुराने हैं, और यह उत्सव इस मैत्रीपूर्ण परंपरा को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बना।
कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों एवं अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। आयोजकों ने कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक समारोह दोनों देशों के नागरिकों, विद्यार्थियों और कलाकारों के बीच आपसी समझ, स्नेह और सहयोग को और मजबूती प्रदान करते रहेंगे।





