
अल्मोड़ा।
देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, धर्म जागरण समन्वय अल्मोड़ा, एक्स पैरा मिलिट्री फोर्स पर्सनल वैलफेयर एसोसिएशन सहित नगर के कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर अध्यक्ष संजय साह रिक्खू के नेतृत्व में जिलाधिकारी अंशुल सिंह से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने डीएम को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और शहर की प्रमुख समस्याओं से अवगत कराया।
प्रतिनिधियों ने डीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा कि रोडवेज बस स्टॉप पर दिव्यांगजन, बुजुर्गों एवं महिलाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण से गंतव्य स्थानों को जाने वाली बसों का संचालन निर्धारित समय से आधा घंटा पहले और माल रोड/रोडवेज स्टेशन से ही किए जाने की मांग की गई।
कर्नाटकखोला शिफ्टिंग पर आपत्ति
संगठनों ने कहा कि परिवहन निगम की बसों को शहर से 10 किलोमीटर दूर कर्नाटकखोला बस स्टेशन से चलाने की तैयारी की जा रही है, जिसका सीधा असर दिव्यांगों, वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं व बच्चों पर पड़ेगा।
कहा कि कर्नाटकखोला से शहर तक पहुंचने के लिए कोई सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं है, और टैक्सी/कार चालक मनमाना किराया वसूलते हैं, जो आम नागरिकों के लिए भारी बोझ है।
वन-डे व्यवस्था से यात्रियों को पड़ रहा अतिरिक्त चक्कर
प्रतिनिधियों ने बताया कि वन-डे व्यवस्था के चलते बस को माल रोड बस स्टॉप तक पहुंचने में शहर का लगभग 10 किलोमीटर चक्कर लगाना पड़ता है, जिससे यात्रियों खासकर वृद्ध और विकलांगजनों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
व्यापार पर भी पड़ेगा नकारात्मक असर
व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि बसें माल रोड न आएं तो शहर का व्यापार बुरी तरह प्रभावित होगा। अल्मोड़ा की मुख्य बाजार माल रोड के आस-पास है, और यही स्थानीय व्यापार, मिठाई उद्योग एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले नागरिकों की खरीदारी का प्रमुख केंद्र है।
माल रोड पर न आने से “लोकल फ़ॉर वोकल” अभियान भी प्रभावित होगा।
माल रोड को यात्रियों के लिए सर्वाधिक सुविधाजनक बताया
ज्ञापन में बताया गया कि—
शहर की 80% जनसंख्या माल रोड के आसपास रहती है।
अस्पताल, क्लीनिक, बैंक, सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज भी यहीं स्थित हैं।
टैक्सी स्टैंड और केएमओयू का मुख्य संचालन भी यहीं से होता है।
दिल्ली, लखनऊ, गुरुग्राम, चंडीगढ़ से आने वाले यात्रियों के लिए भी माल रोड सर्वाधिक उपयुक्त स्थान है।
प्रतिनिधियों ने यह भी उल्लेख किया कि पूर्व जिलाधिकारी विनीत तोमर के समय बसों को 10 मिनट के लिए माल रोड आने की अनुमति दी गई थी, जिससे न जाम की स्थिति बनती थी, न यात्रियों को कठिनाई।
डीएम से हस्तक्षेप की मांग
संगठनों ने डीएम से अनुरोध किया कि पूर्व निर्णय को यथावत रखा जाए और बसों का संचालन माल रोड/रोडवेज स्टेशन से ही किया जाए। साथ ही यह भी मांग की गई कि गाड़ियों को निर्धारित समय से आधा घंटा पहले अल्मोड़ा स्टेशन से चलाया जाए, ताकि दिव्यांगजन व बुजुर्गों को कर्नाटकखोला जाने की कठिनाई से निजात मिल सके और मनमाने किराये का बोझ न पड़े।
ज्ञापन प्रेषित करने वालों में शामिल
जिलाध्यक्ष मनोज सिंह पवार, महिला जिला उपाध्यक्ष एवं पार्षद वंदना वर्मा, नगर महासचिव दीप चन्द्र जोशी, महिला नगर उपाध्यक्ष मनु गुप्ता, जिला संगठन मंत्री नीरज थापा, जिला उपाध्यक्ष हिमांशु बिष्ट, पूर्व सैनिक सेवा परिषद अध्यक्ष केशव दत्त पांडे, धर्म जागरण समन्वय प्रान्त संस्कृति प्रमुख अरविंद चंद्र जोशी, महिला कल्याण संस्था अध्यक्ष रीता दुर्गापाल, एक्स पैरा मिलिट्री फोर्स वैलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष मनोहर सिंह नेगी, प्रो. आराधना शुक्ला, सुनील कुमार यादव, हरिकृष्ण खतरी, प्रदीप जोशी, निकेश उपाध्याय, किशन दत्त, महेंद्र सिंह, विनोद गिरी, आनंद सिंह, त्रिलोक सिंह, रघुवीर सिंह, प्रकाश सिंह, सुधीर गुप्ता, मनीष मल्होत्रा, पीजी गोस्वामी, नरेंद्र कुमार वर्मा, चंद्र शेखर सिंह, दीवान सिंह बोरा, किशन सिंह खन्नी आदि मौजूद रहे।



