
अल्मोड़ा। सांस्कृतिक धरोहर और आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक माँ नंदा देवी मेले में शुक्रवार को महिला झोड़ा प्रस्तुति एवं प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। नंदा सुनंदा के जयकारों और पारंपरिक वाद्ययंत्रों की गूंज के बीच मल्ला महल से माँ नंदा देवी मंदिर परिसर तक रंग-बिरंगे परिधानों में सजी महिलाएं पारंपरिक झोड़े की स्वर लहरियों में झूम उठीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ राज्य मंत्री गंगा बिष्ट ने समिति के पदाधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि गंगा बिष्ट ने कहा कि नंदा देवी मेला न केवल आस्था का पर्व है बल्कि लोक संस्कृति और परंपरा को जीवंत बनाए रखने का भी माध्यम है। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं से नई पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ती है और सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने का अवसर मिलता है। विशिष्ट अतिथि मेयर अजय वर्मा ने भी आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि अल्मोड़ा अपनी सांस्कृतिक पहचान के लिए पूरे देश में अलग स्थान रखता है और नंदा देवी मेला इसका प्रमुख उदाहरण है।
कार्यक्रम का प्रायोजन गीता मेहरा ने किया। प्रतियोगिता में सेनार, नीमा देवी सरसों, माँ नन्दा सर्वदलीय, जनशिक्षण महिला समिति, माँ भगवती फ़लसीमा, गीता बिष्ट सरसों, बख आरती बिष्ट, श्री माँ नंदा एवं सहायता समूह, माँ जगदम्बा टीम, माँ कोकिला महिला समूह, गोलाकरनीया, सर्वोदय नगर टीम, माँ दुर्गा शक्ति टीम, कुमाऊनी सांस्कृतिक टीम, माँ दुर्गा सांस्कृतिक ग्रुप, माँ बाराही ग्रुप, राजराजेश्वरी टीम और मातृ शक्ति संगठन सहित कई महिला समूहों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया।
निर्णायक मंडल में कृष्ण मोहन सिंह बिष्ट, नेहा मुनगली और चन्द्र प्रकाश रहे। कड़े मुकाबले के बाद निर्णायकों ने माँ भगवती फ़लसीमा को पहला स्थान, कोकिला महिला समूह को दूसरा स्थान और माँ दुर्गा सांस्कृतिक समूह को तीसरा स्थान प्रदान किया। विजेताओं को समिति की ओर से सम्मानित किया गया।
समिति अध्यक्ष मनोज वर्मा, सचिव मनोज सनवाल, सांस्कृतिक संयोजक तारा जोशी, मेला सह संयोजक रवि गोयल, व्यवस्थापक अनूप साह, मुख्य सांस्कृतिक संयोजक एवं कोषाध्यक्ष हरीश बिष्ट, मुख्य संयोजक अर्जुन बिष्ट चीमा, संयोजक अमित साह मोनू, अमरनाथ नेगी, अमरनाथ सिंह नेगी, मीडिया प्रभारी कपिल मल्होत्रा, पार्षद कुलदीप मेर, सह संयोजक पार्षद अभिषेक जोशी, मनोज भंडारी मंटू, धन सिंह मेहता, जीवन नाथ वर्मा, राजेंद्र बिष्ट, व्यवस्थापक हरीश भंडारी, हितेश वर्मा, पार्षद अंजू बिष्ट, जगत तिवारी, आशीष बिष्ट, दया कृष्ण परगाई, नमन बिष्ट, पंकज परगाई, आदित्य बिष्ट, पार्षद ज्योति साह, निर्मला जोशी, देवेंद्र कुमार, रवि कन्नौजिया, एके सिकंदर पवार, नवीन बिष्ट, हरीश कनवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
मेला परिसर में महिलाओं की पारंपरिक धुनों और लोकनृत्य ने ऐसा माहौल बना दिया कि पूरा नगर लोकगीतों की गूंज से सराबोर हो उठा। श्रद्धालु झोड़े की तालियों और गीतों पर झूमते दिखाई दिए। सांस्कृतिक आयोजनों से मेला परिसर देर रात तक जीवंत बना रहा।
ऐतिहासिक नंदा देवी मेले का यह आयोजन महिलाओं की भागीदारी और लोक संस्कृति के संरक्षण का सशक्त उदाहरण बनकर उभरा। आयोजकों ने बताया कि आने वाले दिनों में भी मेले में सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे अल्मोड़ा नगर पूरी तरह उत्सवधर्मिता में डूबा रहेगा।




