
जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों ने दिया शीघ्र समाधान का आश्वासन
अल्मोड़ा।
हर घर जल, हर घर नल योजना को धरातल पर प्रभावी रूप से लागू करने के उद्देश्य से ग्राम शैलगूठ में बुधवार को एक महत्वपूर्ण स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण का नेतृत्व ग्राम पंचायत सदस्य कपिल मल्होत्रा ने किया, जिसमें जल निगम और जल संस्थान के अधिकारी भी शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत शैल गांव में अधिकांश घरों में नल कनेक्शन दिए गए थे। हालांकि तकनीकी एवं प्रशासनिक कारणों के चलते लोगों को नियमित जलापूर्ति नहीं मिल पा रही थी, जिससे ग्रामीणों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।
इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए ग्राम पंचायत सदस्य कपिल मल्होत्रा ने विगत माहों में कई बार संबंधित विभागों से पत्राचार कर समाधान की मांग की थी। विभागों द्वारा इस पर संज्ञान लेते हुए संयुक्त निरीक्षण का निर्णय लिया गया, जिसका क्रियान्वयन आज मौके पर हुआ।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने ग्रामीणों से फीडबैक लिया और जलापूर्ति से संबंधित तकनीकी खामियों को समझने का प्रयास किया। समस्याओं को जल्द दुरुस्त करने का आश्वासन अधिकारियों द्वारा दिया गया।
निरीक्षण में जल निगम के कनिष्ठ अभियंता जया जोशी, जल संस्थान से सहायक अभियंता वीरेंद्र मेहता, कनिष्ठ अभियंता उमंग शर्मा, लाइनमैन प्रदीप विश्वा तथा अन्य तकनीकी स्टाफ मौके पर उपस्थित रहा। अधिकारियों ने कहा कि अगले कुछ दिनों में तकनीकी दिक्कतों को दूर कर जलापूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।
ग्राम पंचायत सदस्य कपिल मल्होत्रा ने कहा कि “यह योजना प्रधानमंत्री जी के ‘हर घर जल’ संकल्प का हिस्सा है और गांव के हर नागरिक को इसका लाभ मिलना चाहिए। जब तक लोगों को नियमित पानी नहीं मिलेगा, तब तक योजना का उद्देश्य अधूरा रहेगा। मैं लगातार जनहित में प्रयासरत हूं और तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक समस्या का स्थायी समाधान न हो जाए।”
स्थानीय ग्रामीणों ने भी संयुक्त निरीक्षण की इस पहल की सराहना करते हुए जल्द समाधान की उम्मीद जताई है। निरीक्षण के उपरांत अधिकारियों ने पंचायत प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि आने वाले एक सप्ताह के भीतर सभी जरूरी तकनीकी कार्य पूरे कर दिए जाएंगे।
यह संयुक्त निरीक्षण न केवल शासन की योजनाओं की समीक्षा का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जब जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी मिलकर काम करते हैं, तो जनहित की समस्याओं का समाधान शीघ्रता से संभव हो सकता है।




