
पुल निर्माण आंदोलन के दौरान एकत्र की गई धनराशि अब आपदा पीड़ितों के काम आएगी
अल्मोड़ा। संवाददाता।
हाल ही में उत्तराखंड के अल्मोड़ा और उत्तरकाशी जनपदों में आई भीषण प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। इस कठिन समय में जहां शासन-प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है, वहीं सामाजिक संगठनों और नागरिकों द्वारा भी सहयोग के हाथ आगे बढ़ाए जा रहे हैं।
इसी क्रम में राष्ट्रनीति संगठन ने आपदा प्रभावितों की सहायता हेतु 2175 रुपये की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में दान की है। संगठन ने बताया कि यह राशि पूर्व में ग्राम पंचायत खूंट, धामस, सेनार, चाण और रौन डाल क्षेत्रों में सड़क और पुल निर्माण की मांग को लेकर चलाए गए आंदोलन के दौरान सामुदायिक सहयोग से एकत्र की गई थी।
उस समय यह धनराशि प्रशासन को सौंपने का प्रयास किया गया था, किन्तु तकनीकी कारणों से प्रशासन ने इसे स्वीकार नहीं किया। अब जब राज्य प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है, तो राष्ट्रनीति संगठन ने इस राशि को आपदा राहत कार्यों में समर्पित करने का निर्णय लिया है।
संगठन के अध्यक्ष एडवोकेट विनोद चंद्र तिवारी के नेतृत्व में गोविंद प्रसाद, दीपक, नीमा, मनोज सहित अन्य सदस्यों ने यह पहल की। उन्होंने कहा कि यह राशि छोटी जरूर है, लेकिन संकट की इस घड़ी में यह हमारी संवेदनशीलता और सहयोग की भावना का प्रतीक है।
राष्ट्रनीति संगठन ने प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से अपील की है कि इस धनराशि को मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से आपदा राहत कार्यों में उपयोग में लाया जाए, ताकि ज़रूरतमंदों तक त्वरित सहायता पहुँच सके।
संगठन ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में भी वह समाजसेवा के कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाता रहेगा और किसी भी आपदा या जनहित के मुद्दे पर जिम्मेदारी के साथ सहयोग करता रहेगा।
इस प्रकार की छोटी लेकिन संवेदनशील पहलें समाज में सहयोग और मानवीयता की भावना को सुदृढ़ करती हैं। ऐसी पहलों से प्रेरणा लेकर अन्य संगठनों और नागरिकों को भी आगे आना चाहिए।





