
नई दिल्ली/अल्मोड़ा। 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में चर्चित फ़िल्म “12वीं फेल” को भारत के राष्ट्रपति के हाथों सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का प्रतिष्ठित सम्मान मिला है। यह फ़िल्म अल्मोड़ा की बेटी और वर्तमान में भारतीय राजस्व सेवा (IRS) की अधिकारी श्रद्धा जोशी तथा उनके पति भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी मनोज कुमार शर्मा के संघर्षपूर्ण जीवन पर आधारित है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल सिनेमा जगत में नया अध्याय जोड़ा, बल्कि उत्तराखंड के लिए भी गर्व का क्षण बन गया।
श्रद्धा जोशी की प्रारंभिक शिक्षा अल्मोड़ा के जी.जी.आई.सी. स्कूल से हुई थी। साधारण परिवेश से निकलकर कठिन परिश्रम और दृढ़ निश्चय के बल पर उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवाओं में अपनी पहचान बनाई। उनकी संघर्ष और प्रेरणा से भरी जीवन यात्रा आज लाखों युवाओं के लिए मार्गदर्शन का स्रोत बन गई है।
फ़िल्म “12वीं फेल” ने समाज को यह संदेश दिया कि कठिन परिस्थितियों और असफलताओं के बावजूद निरंतर प्रयास और आत्मविश्वास से सफलता प्राप्त की जा सकती है। श्रद्धा और मनोज की इस प्रेरक कहानी को बड़े पर्दे पर उतारकर निर्देशक ने उन संघर्षों को अमर कर दिया है जो युवाओं को कभी हार न मानने की प्रेरणा देते हैं।
अल्मोड़ा के लोग और पूरा उत्तराखंड आज इस गौरवशाली पल का हिस्सा बन गर्व का अनुभव कर रहे हैं। श्रद्धा की उपलब्धि ने यह साबित किया है कि शिक्षा और मेहनत के बल पर छोटे-से पहाड़ी कस्बे से भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई जा सकती है।
राज्यवासियों ने श्रद्धा जोशी को हृदय से बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष की जीत है बल्कि पूरे उत्तराखंड की अस्मिता और मेहनतकश संस्कृति का प्रतीक भी है।
पीएम श्री राजा आनंद सिंह राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अल्मोड़ा की समस्त शिक्षिकाओं ने अपने विद्यालय की पूर्व होनहार छात्र श्रद्धा जोशी को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।





