
अल्मोड़ा। — लोक चेतना विकास समिति के तत्वावधान में राष्ट्रीय जूट बोर्ड (NJB), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, कोलकाता के सहयोग से एक दिवसीय “जूट एवं जूट उत्पादों पर जागरूकता कार्यशाला” का सफल आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य पर्यावरण के अनुकूल जूट उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देना, स्थानीय कारीगरों एवं महिलाओं को प्रोत्साहित करना तथा राष्ट्रीय जूट बोर्ड की विभिन्न योजनाओं एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान करना रहा।
कार्यक्रम में अल्मोड़ा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 70 कारीगरों, महिला उद्यमियों एवं बुनकरों ने प्रतिभाग किया। प्रतिभागियों ने तकनीकी प्रस्तुतियों और संवाद सत्रों के माध्यम से जूट आधारित उद्यमिता एवं आजीविका संवर्धन की जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्णेश गुरुरानी (IRS), जूट आयुक्त, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, के.एस. घुघत्याल, संयुक्त निदेशक (MP & SI), NJB, डी. मुखर्जी, उपनिदेशक, NJB तथा मौसमी पांडेय, सहायक निदेशक, NJB उपस्थित रहे।
अतिथियों ने जूट उद्योग में नवाचार, डिज़ाइन विकास, रोजगार के अवसरों तथा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की संभावनाओं पर अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर आईटीबीपी, जी.बी. पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, रीप (REAP) अल्मोड़ा तथा क्षेत्र की विभिन्न गैर सरकारी संस्थाओं (NGOs) ने भी सक्रिय सहभागिता की, जिससे यह आयोजन सहयोग और सहभागिता का उत्कृष्ट उदाहरण बना।
कार्यशाला के अंत में “Jute for Environment, Empowerment & Employment” का संदेश दिया गया।
लोक चेतना विकास समिति ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों एवं सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन क्षेत्र में सतत विकास और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।




