
अल्मोड़ा (हवालबाग)। भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के प्रयोगात्मक प्रक्षेत्र, हवालबाग में 26 व 27 अगस्त 2025 को “श्री अन्न उन्नत उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीकी” विषय पर दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
यह प्रशिक्षण आत्मा योजनान्तर्गत कृषि विभाग, चम्पावत (उत्तराखंड) द्वारा प्रायोजित था, जिसका उद्देश्य पर्वतीय क्षेत्रों के कृषकों को श्री अन्न (मिलेट्स) की नवीनतम एवं उन्नत तकनीकों से अवगत कराना था। इस अवसर पर चम्पावत जिले से 30 कृषक प्रशिक्षणार्थियों ने भागीदारी की।
प्रशिक्षण के दौरान कृषकों को संस्थान द्वारा विकसित श्री अन्न से संबंधित उच्च उपजशील प्रजातियाँ, उन्नत सस्य विधियाँ, फसल सुरक्षा, मूल्य संवर्धन तथा कटाई उपरांत प्रसंस्करण तकनीकों की विस्तृत जानकारी व्याख्यानों एवं प्रायोगिक भ्रमण के माध्यम से प्रदान की गई।
समापन सत्र में संस्थान के कार्यकारी निदेशक एवं फसल सुधार विभागाध्यक्ष डा. एन.के. हेड़ाऊ ने किसानों को संबोधित करते हुए श्री अन्न अनाजों की पोषण सुरक्षा एवं जलवायु परिवर्तन की परिस्थितियों में उनकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कृषकों से आह्वान किया कि वे संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों का अधिकाधिक उपयोग कर प्रसंस्करण व मूल्यवर्धन आधारित उद्यमों की स्थापना करें और व्यावसायिक खेती को अपनाएं।
कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र एवं प्रशिक्षण पुस्तिका वितरित की गई। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समन्वयन डा. महेन्द्र सिंह भिण्डा एवं डा. अनुराधा भारतीय द्वारा किया गया।




