
अल्मोड़ा। मां नंदा देवी मेले को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए उप जिलाधिकारी (एसडीएम) अल्मोड़ा की अध्यक्षता में नगर स्थित सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई। बैठक में पीडब्ल्यूडी, जल संस्थान, नगरपालिका, बीएसएनएल, पुलिस विभाग, फायर ब्रिगेड, विद्युत विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा व्यापार मंडल और मंदिर समिति के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में मुख्य रूप से मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष जोर दिया गया। कोतवाल उपाध्याय ने बताया कि पुलिस द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं और व्यापारियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। नगरपालिका प्रशासन ने आश्वासन दिया कि मेले से पूर्व रास्तों की मरम्मत एवं विद्युत व्यवस्था को सुचारु कर दिया जाएगा। वहीं फायर विभाग द्वारा आग से सुरक्षा हेतु विशेष दल तैनात करने की योजना बताई गई।
व्यापार मंडल की ओर से नगर अध्यक्ष अजय वर्मा, महासचिव वकुल साह, उपाध्यक्ष मुकेश देव, देवभूमि व्यापार मंडल के महासचिव दीप जोशी, उपाध्यक्ष मोनू गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष प्रकाश जोशी, दीप साह, मनोहर नेगी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। मंदिर समिति से मनोज वर्मा, मनोज सनवाल, किशन गुरुरानी, मुन्ना वर्मा, तारा जोशी, अनूप साह, रवि गोयल, अर्जुन बिष्ट, अमरनाथ नेगी, परितोष जोशी आदि प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
नगर क्षेत्र के पार्षद कुलदीप मेर, नमन बिष्ट, पंकज परगाई, धनंजय साह, अभिषेक साह, अनिल साह, निकिता तिवारी, गीता मेहरा, पुष्पा सती, अंजू बिष्ट, संजय जोशी सहित कई गणमान्य नागरिकों ने भी अपनी राय रखी।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मेले को सफल बनाने के लिए झोड़ा प्रतियोगिता हेतु कुल 15 टीमें भाग लेंगी। साथ ही ग्रामीणांचल के अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का आह्वान किया गया। उपस्थित सभी लोगों ने इस बात पर एक स्वर में सहमति जताई कि वर्तमान में अल्मोड़ा नशे की गिरफ्त में है और इसे समाप्त करने के लिए मेले के माध्यम से जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
मेला संयोजक मनोज सनवाल ने बताया कि इस बार का नंदा देवी मेला पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण, भव्य और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सामूहिक प्रयास से यह आयोजन ऐतिहासिक बनेगा।





