
अल्मोड़ा।
बेस चिकित्सालय में भर्ती सोमेश्वर निवासी 21 वर्षीय युवक की तबीयत अचानक गंभीर हो गई, जब उसकी प्लेटलेट्स की संख्या अत्यंत कम हो गई। मरीज को बचाने के लिए तत्काल एबी पॉजिटिव रक्त समूह की प्लेटलेट्स की आवश्यकता थी, जिसके लिए लगभग आठ यूनिट डोनर्स की सख्त जरूरत थी। ऐसे में समय पर की गई मानवीय पहल और समन्वय ने एक जीवन को बचाने का कार्य किया।
रेडक्रॉस के प्रांतीय सदस्य मनोज सनवाल एवं यूथ रेडक्रॉस के चेयरमैन अमित साह ‘मोनू’ ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा से संपर्क साधा। मानवीय संवेदना दिखाते हुए एसएसपी श्री पींचा ने तत्काल प्रभाव से पुलिस जवान सौरभ गोस्वामी को बेस अस्पताल भेजा, जहां उन्होंने एबी पॉजिटिव प्लेटलेट्स डोनेट की।
प्लेटलेट्स की व्यवस्था यहीं नहीं रुकी। रेडक्रॉस से जुड़े अन्य पदाधिकारियों और समाजसेवियों ने भी इस प्रयास में योगदान दिया। पार्षद और रेडक्रॉस के सक्रिय सदस्य अभिषेक जोशी सहित तीन अन्य रक्तदाताओं ने भी मरीज के लिए प्लेटलेट्स डोनेट कर एक प्रशंसनीय उदाहरण प्रस्तुत किया। टीम भावना और सामाजिक समर्पण के साथ हुए इस समन्वित प्रयास के कारण मरीज को समय रहते प्लेटलेट्स मिल सकीं और उसकी स्थिति में सुधार हुआ।
रेडक्रॉस सोसाइटी ने इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस विभाग द्वारा इस प्रकार त्वरित सहयोग देना न केवल सराहनीय है, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को दर्शाता है। साथ ही जवान सौरभ गोस्वामी की तत्परता और सेवा भाव भी प्रेरणादायक है।
यूथ रेडक्रॉस के चेयरमैन अमित साह ‘मोनू’ ने कहा,
“जब हमें जानकारी मिली कि मरीज की हालत गंभीर है और एबी पॉजिटिव प्लेटलेट्स की तुरंत जरूरत है, तो हमने बिना देर किए प्रयास शुरू कर दिए। रेडक्रॉस का उद्देश्य ही संकट की घड़ी में मानव सेवा करना है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री देवेंद्र पींचा से बात करते ही उन्होंने तुरंत सहयोग का आश्वासन दिया और सौरभ गोस्वामी जैसे जागरूक पुलिस जवान को भेजा, जो काबिल-ए-तारीफ है। साथ ही अन्य युवाओं ने भी बिना किसी स्वार्थ के आगे आकर प्लेटलेट्स डोनेट किए, जिससे मरीज की जान बचाई जा सकी।
हम रेडक्रॉस के सभी सदस्यों, पुलिस प्रशासन और रक्तदाताओं के आभारी हैं। इस तरह का आपसी सहयोग और संवेदनशीलता ही हमारे समाज को मजबूत बनाती है। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे भी रक्तदान और प्लेटलेट्स डोनेशन जैसे कार्यों में आगे आएं और किसी की जिंदगी बचाने में अपना योगदान दें।”
अमित साह ने यह भी बताया कि रेडक्रॉस टीम भविष्य में भी इस तरह के कार्यों के लिए सदैव तत्पर रहेगी और जरूरतमंदों की हर संभव सहायता की जाएगी।
रेडक्रॉस पदाधिकारियों ने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इसी तरह पुलिस विभाग का सहयोग रक्तदान एवं आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं में मिलता रहेगा। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि वे इस तरह के मानवीय कार्यों में आगे आएं और ज़रूरतमंदों की मदद कर समाज में सकारात्मक संदेश दें।
यह घटना यह सिद्ध करती है कि सामूहिक प्रयास, सेवा भावना और त्वरित कार्यवाही के जरिए किसी भी मुश्किल परिस्थिति को आसान बनाया जा सकता है। जब समाज के विभिन्न वर्ग एकजुट होकर आगे आते हैं, तो मानवता की जीत सुनिश्चित होती है।




