
अल्मोड़ा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अल्मोड़ा द्वारा संघ कार्यालय में पारंपरिक लोक पर्व इगास-बुढ़ी दिवाली का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धाभाव के साथ किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, मातृशक्ति, अनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता तथा नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला संघचालक किशन गुरुरानी जी ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं पारंपरिक कुमाऊँनी गीतों के साथ हुआ, जिसने पूरे वातावरण को लोक संस्कृति की सुगंध से भर दिया।
मुख्य वक्ता प्रांत सेवा प्रमुख पवन जी ने कहा कि “इगास पर्व हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से गहराई से जुड़ा हुआ है। हमारे पूर्वजों ने जिस परिश्रम और समर्पण से पहाड़ों में जीवन को समृद्ध बनाया, उसी भावना को हमें आगे बढ़ाना है। मां लक्ष्मी का निवास हर घर में बना रहे और वे सभी को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें — यही हमारी कामना है।”
इस अवसर पर चंद्रप्रकाश फुलोरिया ने कहा कि “भले ही आज हमारे पास आधुनिक साधन-सुविधाएँ हैं, लेकिन सच्ची समृद्धि विश्वास, परिश्रम और भक्ति में निहित है। लक्ष्मी-नारायण का चित्र हमें जीवन में संतुलन, संयम और सद्भाव का संदेश देता है।”
अंत में अध्यक्षीय उद्बोधन में किशन गुरुरानी जी ने कहा कि “इगास जैसे लोक पर्व हमारी संस्कृति की जड़ों से हमें जोड़ते हैं। यह केवल दीपों का पर्व नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने और अपनी परंपराओं को जीवंत रखने का उत्सव है।”
कार्यक्रम को सफल बनाने में संघ के स्वयंसेवकों, मातृशक्ति, अनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ताओं और नगर के नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम का समापन पारंपरिक व्यंजनों के वितरण के साथ हुआ, जिसमें सभी ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।





