
अल्मोड़ा/गरमपानी।
गरमपानी अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित नैनीपुल बाजार क्षेत्र में बीते दिनों अग्निकांड में सबकुछ गंवा चुके व्यापारी नवीन चंद्र तिवारी की मदद के लिए रेड क्रॉस सोसायटी अल्मोड़ा आगे आई है। मंगलवार को रेड क्रॉस टीम द्वारा प्रभावित परिवार को राहत सामग्री प्रदान की गई, जिससे पीड़ित परिवार को कुछ राहत मिल सकी।
इस अवसर पर रेड क्रॉस सोसायटी अल्मोड़ा के अध्यक्ष आशीष वर्मा, यूथ अध्यक्ष अमित साह मोनू, यूथ उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह बिष्ट चीमा, कपिल मल्होत्रा, हरीश भंडारी, सरपंच चौसली जगदीश लटवाल, सरपंच अथरबनी निशा जोशी समेत अन्य लोग मौजूद रहे। सभी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनकी स्थिति को समझा और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
आपको बता दें कि नैनीपुल बाजार के रहने वाले नवीन चंद्र तिवारी लंबे समय से वहां मिठाई की दुकान चलाते थे। मजदूरी व छोटे व्यापार से अपनी आजीविका चलाने वाले नवीन समीप ही पत्नी और बच्चों के साथ एक किराए के कमरे में निवास करते थे। दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दिन अचानक कमरे में आग लग गई और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। स्थानीय लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक घर का लगभग सारा सामान जलकर स्वाहा हो गया।
आग की इस भीषण घटना में नवीन चंद्र तिवारी की मेहनत की कमाई से जुटाया गया घरेलू सामान, हजारों रुपये की नकदी, बच्चों के कपड़े, पढ़ाई की कापी-किताबें तक राख हो गईं। इस घटना के बाद से परिवार के सामने रोजमर्रा की जरूरतें पूरा करने का संकट खड़ा हो गया है।
घटना की सूचना मिलते ही रेड क्रॉस सोसायटी अल्मोड़ा की टीम ने तत्काल राहत प्रदान करने के लिए कदम उठाए। टीम ने मौके पर पहुंचकर जरूरत के हिसाब से सामग्री प्रदान की और परिवार को हौसला दिया। सहायता सामग्री मिलने के बाद पीड़ित परिवार ने रेड क्रॉस व उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नवीन चंद्र तिवारी एक मेहनती और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व वाले व्यक्ति हैं, जिन्होंने हमेशा मेहनत के बल पर अपना जीवनयापन किया है। अचानक घटी दुर्घटना ने उनके जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
रेड क्रॉस से जुड़े प्रतिनिधियों ने कहा कि समाज के ऐसे जरूरतमंद परिवारों की सहायता करना संगठन का मुख्य उद्देश्य है और आगे भी जहाँ आवश्यकता होगी, मदद जारी रहेगी।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को सरकारी राहत योजनाओं के माध्यम से शीघ्र सहायता उपलब्ध कराई जाए, ताकि वे पुनः अपने जीवन को पटरी पर ला सकें।
इस प्रकार की मदद से एक ओर जहां पीड़ित परिवार को संबल मिला है, वहीं समाज में सेवा और मानवता का संदेश भी गया है।





