
अल्मोड़ा। धारानौला और चौघानपाटा में क्वारब मार्ग को 24 घंटे सभी प्रकार के वाहनों के लिए खोलने की मांग को लेकर व्यापारियों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस अभियान में अलग-अलग क्षेत्रों के व्यापारियों और आम नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए हस्ताक्षर कर समर्थन दिया।
व्यापारियों का कहना है कि क्वारब मार्ग अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले के लिए जीवन रेखा है। इस मार्ग के क्षतिग्रस्त होने और सुचारू रूप से संचालित न हो पाने के कारण व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, होटल व्यवसायियों और आम जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कारोबार पर सीधा असर पड़ा है और बीते एक वर्ष से समस्या का कोई स्थायी समाधान न निकलने से लोगों में भारी आक्रोश है।
हस्ताक्षर अभियान के दौरान जिला महामंत्री भैरव गोस्वामी, पूर्व पालिका अध्यक्ष शोभा जोशी, जिला मंत्री आशु गोस्वामी, सहसचिव आशीष भारती, पार्षद अनूप कुमार, पंचायत सदस्य जमन सिंह, परितोष जोशी, दर्शन कुमार, पार्षद दीपक कुमार, पूर्व सभासद किशन लाल, पूर्व सभासद हेम तिवारी, दीपक साह, पूर्व अधीक्षण अभियंता साबुद्दीन समेत कई लोग उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में इस मुद्दे पर निर्णायक कार्रवाई की मांग की।
व्यापार मंडल ने घोषणा की है कि हस्ताक्षर अभियान की अगली कड़ी में रविवार को एनटीडी और सरकार की आली क्षेत्र में अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही सोमवार को मशाल जुलूस निकाला जाएगा, जो नंदा देवी प्रांगण से शुरू होकर पलटन बाजार तक पहुंचेगा।
व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो मजबूरन बाजार बंद करने की घोषणा करनी पड़ेगी। अल्मोड़ा जिला अध्यक्ष सुशील साह ने कहा कि “क्वारब मार्ग का समाधान न निकलने की स्थिति में बाजार बंद कर विरोध प्रदर्शन करना पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी।”
बागेश्वर व्यापार मंडल ने भी अल्मोड़ा व्यापार मंडल के इस आंदोलन को पूरा समर्थन दिया है। मंडल ने कहा कि क्वारब मार्ग से ही बागेश्वर जिले का कारोबार जुड़ा है और इसके लंबे समय से बाधित रहने के कारण जिले के व्यापारी, ट्रांसपोर्टर और होटल व्यवसायी भारी संकट से गुजर रहे हैं।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि पर्यटन व्यवसाय पर भी इसका गहरा असर पड़ा है। पर्यटक सड़क मार्ग की समस्या के कारण बागेश्वर आने से कतराने लगे हैं। इससे न केवल कारोबार प्रभावित हो रहा है, बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है।
व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने प्रशासन और सरकार को दो टूक चेतावनी दी है कि अगर जनहित में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा। उन्होंने कहा कि अब व्यापारी और आम जनता इस समस्या को लेकर सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।
जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से अपील की गई है कि वे इस मुद्दे को प्राथमिकता पर लें और क्वारब मार्ग को 24 घंटे चालू करने के लिए स्थायी समाधान तलाशें, ताकि व्यापारियों और आम जनता को राहत मिल सके।
कुल मिलाकर, क्वारब मार्ग के मुद्दे पर व्यापारियों ने सरकार और प्रशासन को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अब और देरी बर्दाश्त नहीं होगी। अगर त्वरित समाधान नहीं निकला तो बाजार बंद और उग्र आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।



