
अल्मोड़ा। क्वारब सड़क की बदहाली को लेकर आम आदमी पार्टी से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता भूवन जोशी ने भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सड़क जैसी बुनियादी समस्या को लेकर दोनों ही दल केवल बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि जनता पिछले एक दशक से इस संकट का सामना कर रही है।
जोशी ने कहा कि यदि क्षेत्र के सांसद में वास्तव में राजनीतिक इच्छाशक्ति होती तो केंद्रीय सड़क राज्य मंत्री का पद संभालते हुए वे केवल भाषणबाजी तक सीमित नहीं रहते। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद ने अब तक बीआरओ या किसी सक्षम निर्माण एजेंसी को यहां लाने का प्रयास नहीं किया, जिसके चलते पहाड़ी के उपचार का स्थायी समाधान नहीं निकल पाया। परिणामस्वरूप अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ सहित लाखों लोग बीते दो वर्षों से असहनीय कठिनाइयों में जीने को मजबूर हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर भी तीखा प्रहार करते हुए कहा कि सड़क चौड़ीकरण के दुष्परिणामों पर कांग्रेस शासनकाल के दौरान ही कई शोध और रिपोर्ट सामने आ चुकी थीं। इसके बावजूद कांग्रेस ने उस समय इस मुद्दे पर गंभीरता नहीं दिखाई। जोशी ने कहा कि यदि कांग्रेस सचमुच जनता की हितैषी होती तो विपक्ष में रहते हुए अब तक सांसद से इस्तीफा मांग चुकी होती।
आप नेता ने कहा कि क्वारब सड़क की बदहाली जनता पिछले 10 वर्षों से देख रही है। इस दौरान अनगिनत जानें गईं और न जाने कितने व्यापारी और वाहन चालक आर्थिक नुकसान झेलते रहे, लेकिन आज तक न तो भाजपा और न ही कांग्रेस ने इस नुकसान का कोई आकलन किया। उन्होंने इसे दोनों दलों की संवेदनहीनता बताया।
भूवन जोशी ने कहा कि इस पहाड़ी के लगातार दरकने के पीछे कारणों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। इसके लिए पूर्व में हुए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग और केंद्रीय सड़क निर्माण विभाग की भूमिका की निष्पक्ष समीक्षा अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि बिना सटीक जांच और जिम्मेदारी तय किए इस समस्या का स्थायी समाधान संभव नहीं है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भाजपा और कांग्रेस ने इस मुद्दे पर अब भी ईमानदारी नहीं दिखाई तो जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सड़क जैसी बुनियादी सुविधा के लिए राजनीति नहीं, बल्कि ठोस प्रयासों की आवश्यकता है।
जोशी ने दोनों दलों से अपील की कि वे जनता की परेशानी को लेकर गंभीर हों और अल्मोड़ा, बागेश्वर तथा पिथौरागढ़ जिलों की जीवन रेखा बनी इस सड़क को राजनीतिक खींचतान से बाहर निकालें। उन्होंने कहा कि लाखों लोगों का जीवन इस सड़क पर निर्भर करता है और अब समय आ गया है कि जनता के हित में निर्णायक कदम उठाए जाएं।





